बेटी बचाओ नहीं ,बेटा पड़ाओ अभियान की जरुरत:कोर्ट

 बेटी पढ़ाओ नहीं ,    बेटााा पढ़ाओ अभियान की जरूरत:    

कर्नाटक हाई कोर्ट ने कहा नारी सम्मान के लिए पूरे समाज की जिम्मेदारी तय करनी होगी। हमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की जरूरत नहीं है। अपनी बच्चियों को बचाना है तो बेटा पढ़ाओ अभियान चलाना होगा। जब तक आपसे बात अपने बेटे को नहीं सिखाएंगे, आप किसी मुकाम तक नहीं पहुंचेंगे। लड़कियां दूसरी लड़कियों के लिए हमेशा सामंजन की होगी। हाई कोर्ट की जस्टिस प्रसन्ना बी वारले ने कहा ,यह बात हमें बेटों को बताना है कि उनका सम्मान कैसे किया जाना चाहिए और उनकी रक्षा कैसे करनी है

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