हरदेव की कटाई को केंद्र ने दी स्वीकृति:
पूर्व संसदीय सचिव विनोद सेवालाल चंद्राकर ने मुख्यमंत्री विष्णु देव के उस कथन पर आपत्ति जताई है,जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि हसदेव में कटाई के आदेश पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने दिए थे। जबकि हकीकत यह है कि हसदेव पर कटाई के लिए आदेश और पर्यावरण स्वीकृति केंद्र की मोदी सरकार ने दी थी।
कांग्रेस सरकार ने इस स्वीकृति को राज्य स्तर पर निरस्त कर दिया था और केंद्र को भी इसे निरस्त करने के लिए पत्र लिखा था। विनोद चंद्राकर ने कहा कि जब विधानसभा के चुनाव हो रहे थे, तब राहुल गांधी ने कहा था कि ईवीएम पर बटन कमल का दबेगा तो विवी पैट से अदानी निकलेगा। राज्य में भाजपा की सरकार बनते ही यह कथन सत्य साबित होने लगा।जैसे ही भाजपा की सरकार बनी हसदेव अरण्य में वनों की अंधा धुन कटाई शुरू की जा चुकी है।
50 हजार से ज्यादा पेड़ काटे जा चुके है। विधानसभा से भी कांग्रेस ने हसदेव जंगल की कटाई पर रोक लगाने का प्रस्ताव किया ।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में 27 जुलाई 2022 को प्रस्तावित प्रस्ताव पारित कर हरदेव अरण्य, तैमूर पिंगला और कोरबा के हाथी रिजर्व क्षेत्र के वनों में कॉल ब्लॉक अब अंतर्गत करने का संकल्प लिया था।
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